Jeevan Lakshya (833)
एलआईसी की जीवन लक्ष्य योजना एक ट्रेडिशनल बचत योजना है, जो एक ही समय पर आपको सुरक्षा के साथ बचत भी प्रदान करता है। इस योजना के दौरान पालिसी धारक को मिलनेवाला मृत्यु लाभ वार्षिक इंस्टालमेंट में दिया जाता है, जो पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके परिवार की वित्तीय जरूरतों को पूरा करता है। पालिसी धारक की मृत्यु के मामले में वार्षिक भुगतान के अलावा पालिसी अवधि के अंत में अतिरिक्त 110% की कवर राशि का भुगतान भी नॉमिनी को किया जाता है। इस योजना में आपको हर साल एलआईसी द्वारा घोषित किए गए बोनस का लाभ भी मिलता है।
इस योजना के साथ आप दो अतिरिक्त राइडर भी ले सकते हैं।
“दुर्घटना मृत्यु राइडर” और “दिव्यांग लाभ राइडर”
“न्यू टर्म अस्सुरैंस राइडर”
प्रारंभ तिथि | तालिका संख्या | प्रोडक्ट का प्रकार | बोनस | युआईएन |
12 मार्च, 2015 | 833 | एंडोमेंट | हाँ | 512N289V01 |
एलआईसी जीवन लक्ष्य योजना काम कैसे करता है?
पालिसी खरीदते वक्त पालिसी धारक, कवर अमाउंट (बीमित रकम) और पालिसी की अवधि का चुनाव करता है। आपको प्रीमियम, पालिसी अवधि से तीन वर्ष कम तक भरना है(पालिसी अवधि-3 वर्ष)। अगर पालिसी धारक पूरे पालिसी अवधि तक जीवित रहता है तो, मैचुरिटी(परिपक्वता) पर पालिसी धारक को उसके द्वारा चुना हुआ बीमित रकम और जमा हुआ बोनस वापस मिलता है। अगर पालिसी धारक की मृत्यु पालिसी अवधि के दौरान हो जाती है तो, मृत्यु लाभ के रूप में नॉमिनी को बीमित रकम का 10% वार्षिक इंस्टालमेंट के तौर पर दिया जाता है। इसके साथ ही पालिसी अवधि के अंत में बीमित रकम का 110%(रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशन बोनस के साथ) नॉमिनी को दिया जाता है।
इसे ठीक से समझने के लिए, एलआईसी जीवन लक्ष्य योजना की कार्यप्रणाली को हम उदहारण के साथ समझायेंगे,
राहुल (उम्र 30 वर्ष) यह प्लान 20 वर्ष के लिए 5 लाख बीमित रकम के साथ खरीदता है। इसके लिए वह नियमित रूप से वार्षिक प्रीमियम देता है। इस पालिसी के हिसाब से उसका वार्षिक प्रीमियम Rs. 28,107(कर सहित) होगा। उसे इस प्रीमियम को 17 साल की अवधि तक भरना होगा। प्रीमियम भरने के अवधि=(पालिसी अवधि - 3 वर्ष)
सिनेरिओ(परिदृश्य1): 10 प्रीमियम भरने के बाद राहुल की मृत्यु हो जाती है। इस मामले में, राहुल के नॉमिनी को मृत्यु लाभ इस प्रकार मिलेगा,
बीमित रकम का 10% अर्थात Rs. 50,000(5 लाख का 10%= Rs. 50,000)
यह रकम वार्षिक आय लाभ के रूप में हर वर्ष नॉमिनी को मिलेगा। यह लाभ नॉमिनी को पालिसी के ग्यारहवें वर्ष (अर्थात मृत्यु के अगले वर्ष )से शुरू होगा और उन्नीसवें वर्ष(मैचुरिटी से एक वर्ष पहले) तक मिलेगा।
मैचुरिटी(परिपक्वता) पर, बीमित रकम का 110% अर्थात Rs. 5.5 लाख (5 लाख का 110%=5.5 लाख) नॉमिनी को मिलेगा। इसके अतिरिक्त सिंपल रीवर्जनरी बोनस और फाइनल एडीशन बोनस जो की एलआईसी द्वारा घोषित किया जाता है, उसका भी भुगतान नॉमिनी को किया जाएगा।
सिनेरिओ(परिदृश्य2): अगर राहुल पालिसी अवधि (20 वर्ष) के अंत तक जीवित रहते हैं तो,
इस मामले में राहुल को, बीमित रकम(Rs. 5 लाख) और जमा हुआ सिंपल रीवर्जनरी बोनस और फाइनल एडीशन बोनस का भुगतान किया जाएगा। और योजना समाप्त हो जाएगी।
तो, इस योजना के लाभ इस प्रकार हैं,
मैचुरिटी(परिपक्वता) लाभ: अगर पालिसी धारक ने बचे हुए सारे प्रीमियम भरे हैं और वो जीवित है तो, पालिसी मैच्योर(परिपक्व) होने पर उसे बीमित रकम + सिंपल रीवर्जनरी बोनस + फाइनल एडीशन बोनस(कुछ है तो) का भुगतान किया जाएगा।
मृत्यु लाभ: अगर पालिसी अवधि में पालिसी धारक की मृत्यु होती है और उसने अपने मृत्यु तक के सारे प्रीमियम का भुगतान किया है तो उसे, “मृत्यु पे बीमित रकम” + जमा हुआ सिंपल रीवर्जनरी बोनस + फाइनल एडीशन बोनस(कुछ है तो) का भुगतान एलआईसी द्वारा होगा।
यहाँ पर “मृत्यु पर बीमित रकम” का अर्थ निम्नलिखित का योग होता है:
बीमित रकम का 10% वार्षिक आय लाभ के रूप में हर वर्ष नॉमिनी को मिलता है। यह मृत्यु के अगले वर्ष से शुरू होता है और मैचुरिटी से एक वर्ष पहले तक मिलता है।
पूर्ण अस्योर्ड रकम:
मैचुरिटी(परिपक्वता) पर, बीमित रकम का 110% नॉमिनी को मिलता है।
बोनस:
इसके अतिरिक्त सिंपल रीवर्जनरी बोनस और फाइनल एडीशन बोनस जो की एलआईसी द्वारा घोषित किया जाता है, उसका भी भुगतान नॉमिनी को किया जाता है।
नॉमिनी को दिया गया मृत्यु लाभ, अब तक भरे हुए प्रीमियम से 105% से कम नहीं होना चाहिए।
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